Saturday, July 27, 2019

काश की वो समझ पाते
एक ' सुकून' ढूंढ़ने ही तो हम आते हैं -

दिल का क्या करें-
वो तो पहले ही बंदगी पे
उनके कदमों पर  रख छोड़ा है।।

@ कमल 

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