Saturday, August 3, 2019

ये जो ख़ामोशी की चादर
जो मेरे ऊपर देख रही हो
ये तुम्हारे मखमली पैरों के लिए है -

ग़र मैं  तेरे दिल को ना सुन पाऊं
तुंद-लहरें तबाह  कर जाती
तेरी हर एक मुस्कान को  जो गैरों के लिए है ।।

@कमल

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